अनमोल वचन
1. अँधेरा चाहे कितना भी हो लेकिन एक छोटा सा दीपक अँधेरे को चीरकर प्रकाश फैला देता है
वैसे ही जीवन में चाहे कितना भी अँधेरा हो पर विवेक रूपी प्रकाश अन्धकार को मिटा ही देता है
2. वज्र पर्वत से है लेकिन वज्र के प्रभाव से बड़े से बड़े पर्वत भी चकनाचूर हो जाते है |
3. जिसने अपनी इच्छाओं पर काबू पा लिया , उस मनुष्य ने जीवन के दुखों पर काबू पा लिया |
4. नीम के पेड़ को अगर घी और दूध से भी सींचा जाए , तो भी नीम का वृक्ष मीठा नहीं हो जाता
उसी प्रकार दुष्ट व्यक्ति को कितना भी ज्ञान दे दो वो अपनी दुष्टता नहीं त्यागता |
5. संकट के समय धैर्य धारण करना , मानो आधी लड़ाई जीत लेना है |
6. पाप एक प्रकार का अँधेरा है , जो ज्ञान का प्रकाश होते ही मिट जाता है
7. बिना कुछ किये ज़िंदगी गुज़ार देने से कहीं अच्छा है ज़िंदगी को गलतियां करके गुज़ार देना |
8. पैर की मोच और छोटी सोच
हमें आगे बढ़ने नहीं देते |
9. लगातार हो रही असफलताओं से निराश नहीं होना चाहिए ,
कभी कभार गुच्छे की आखिरी चाबी भी ताला खोल देती है
10. सफलता की कहानियां मत पढ़ो ,
उससे केवल आपको एक संदेश मिलेगा ,
असफलता की कहानियां पढ़ो उनसे आपको सफल होने के विचार मिलेंगे |
11. दुनिया में सब मिल जाता है.....
केवल अपनी गलती नहीं मिलती |
12. क्रोध हमेशा मनुष्य को तब आता है। ....
जब वह अपने आप को कमज़ोर और हारा हुआ पता है |
13. मुसीबत में अगर मदद मांगो तो सोच समझ कर माँगना क्योंकि,
मुसीबत थोड़ी देर की होती है और एहसान ज़िंदगी भर का ||
14. अपनी कमियां पूरी दुनिया से छिपाइए , लेकिन अपनी कमियां खुद से मत छिपाइए
अपनी कमियां खुद से छिपाने का मतलब होता है अपने आप को खुद बर्बाद करना ||
15. परिश्रम वह चाबी है जो ,
सो भाग्य के द्वार खोलती है ||
16. मस्तक को थोड़ा झुकाकर देखिये ,
आपका अभिमान मर जाएगा||
17. ईश्वर हर जगह नहीं हो सकते,
इसलिए उन्होंने माँ को बनाया ||
18. दांतो को आराम देकर देखिए ,
आपका स्वास्थ्य सुधर जाएगा ||
19. आपके हाथों से कोई छीन सकता है लेकिन,
जो नसीब में है उसे कोई नहीं छीन सकता ||
20. प्रयास करने वाला इंसान एक बार गिरता है।
लेकिन प्रयास न करने वाले लोग जीवन भर गिरते रहते है ||
21. पैसे से बिस्तर खरीदा जा सकता है नींद नहीं,
पैसे से महल खरीदा जा सकता है लेकिन खुशियां नहीं ||
22. जो इंसान दूसरों का दुःख दर्द समझता है ,
वही महापुरुष है ||
23. " लोग क्या कहेंगे " ये बात इंसान को आगे नहीं बढ़ने देती ||
24. मैं और आप उस इंसान को ढूंढ रहे है जो आके आपकी मदद करेगा ,
तो शीशे के सामने खड़े हो जाओ , आपको वो इन्सां नज़र आ जाएगा
जो आपकी मदद करेगा ||
25. सफलता का कोई पैमाना नहीं होता -
एक गरीब बाप का बेटा बड़ा होकर अफसर बने पिता के लिए यही सफलता है
जिस इंसान के पास कुछ खाने को ना हो , वो सुख पूर्वक 2 वक्त की रोटियां जुटा ले ,
ये भी सफलता है मित्रों ||
26. कितने मुर्ख है हम ,
हम भगवान के बनाये फलों को भगवान को ही अर्पण करके,
धन दौलत मांगने लगते है ||
27. जो लोग दूसरों का भला सोचते है , केवल उन्ही का जीवन सफल है ,
अपने लिए तो जानवर भी जीते है ||
28.धागा एक बार टूट जाए तो फिर से जोड़ने पर भी गांठ पड़ ही जाती है
उसी तरह रिश्ते एक बार टूट जाए तो फिर से जोड़ने में एक गाँठ बन ही जाती है||
29. कामयाब होने वाले इंसान हमेशा खुश रहते है ,
और जो खुश रहते है दरअसल वही कामयाब होते है ||
30. मुस्कुराहट मन का बोझ हल्का कर देती है ||
31. गुस्सा करना अपने पैरों पर ही कुल्हाड़ी मारना है ,
क्यूंकि आप जिसपे गुस्सा करते है। .
उससे ज्यादा आपका खुद का नुक्सान होता है ||
32. ज्ञानी इंसान कभी घमंड नहीं करता,,
और जिसे घमंड होता है
ज्ञान उससे कोसों दूर होता है ||
33. अमर वही इंसान होते है....
जो दुनिया को कुछ देकर जाते है ||
34. दुःख में इंसान ईश्वर को याद करता है ,
लेकिन सुख में ईश्वर को ही भूल जाता है
अगर सुख में भी इंसान ईश्वर के करीब रहे। .
तो दुःख ही क्यों हों ||
35. जिस दिन आपने अपनी सोच बड़ी कर ली दोस्तों ,,
बड़े बड़े लोग आपके बारे में सोचना शुरू कर देंगे ||
36. त्याग दी सब ख्वाहिशें
कुछ अलग करने के लिए ,
"राम" ने खोया बहुत कुछ
"श्री राम" बनने के लिए ||
37. मुस्कुराना एक कला है
जिसने इस कला को सीख लिया ,
वो जीवन में कभी दुःखी हो ही नहीं सकता ||
38. हर सफलता संघर्ष से होकर गुजरती है
बिना संघर्ष के सफलता की कल्पना भी नहीं की जा सकती ||
39. जिनका कद ऊंचा है।
वो दूसरों से झुक कर ही बात करते है ||
40. आप कब सही थे ,
इसे कोई याद नहीं रखता ,
आप कब गलत थे
इसे कोई नहीं भूलता ||
41. " कुछ लोग "
तो आपसे सिर्फ इसलिए भी "नफरत" करते है। .
क्योंकि..... बहुत सारे लोग आपसे "प्यार" करते है||
42. बड़प्पन वह गुण है ,,
जो पढ़ने से नहीं संस्कारों से प्राप्त होता है
परायों को अपना बनाना उतना मुश्किल नहीं,
जितना अपनों को अपना बनाये रखना है ||
43. शिक्षक और सड़क दोनों एक जैसे ही होते है
खुद जहाँ है वहीँ रहते है ,
मगर दूसरों को उनकी मंजिल तक पहुंचा ही देते है ||
44. खुद से बहस करोगे तो सारे सवालों के जव्वाब मिल जाएंगे
अगर दूसरों से करोगे तो नए सवाल खड़े हो जाएंगे ,
जब मनुष्य अपनी गलती का वकील और दूसरों की गलतियों का जज बन जाता है...
तो फैसले नहीं फासले हो जाते है ||
45. इज्जत और तारीफ़ मांगी नहीं जाती,
कमाई जाती है ,
नेत्र केवल दृष्टि प्रदान करते है
परन्तु हम कहाँ क्या देखते है ,
यह हमारे मन की भावना पर निर्भर है ||
46. श्मशान की राख देख के मन में एक ख्याल आया ,
सिर्फ राख होने के लिए ,
इंसान ज़िंदगी भर दूसरों से कितना जलता है ||
47. जरूरत से ज्यादा मिले उसे कहते है " नसीब"
भगवान का दिया सबकुछ है,
फिर भी रोता है उसे कहते है " बदनसीब"
और कुछ भी ना होकर भी खुश रहता है
उसे कहते है " खुशनसीब"
ख्वाइश मनुष्य को जीने नहीं देती ,
और मनुष्य ख्वाहिश को मरने नहीं देता ||
48. मनुष्य कितना भी गोरा क्यों ना हो
परन्तु ,,,
उसकी परछाई सदैव काली होती है
मैं श्रेष्ठ हूँ यह आत्मविश्वाश है !!
लेकिन
सिर्फ में ही सर्वश्रेष्ठ हूँ यह अंहकार है
49. इच्छा पूरी नहीं होती तो क्रोध बढ़ता है ,
और इच्छा पूरी होती है तो लोभ बढ़ता है ,
इसलिए जीवन की हर परिस्थिति में धैर्य बनाये रखना ही श्रेष्ठता है ||
50. एक मर्द दुनिया में आता है ,
औरत के जरिये
उसका पालन-पोषण करती है "औरत"
उसको प्यार हो जाता है " औरत" से
वो शादी करता है " औरत " से
हैरानी है फिर भी मर्द " औरत " की इज्जत नहीं करता||
धन्यवाद दोस्तों --
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